Getting My Shiv chaisa To Work
Getting My Shiv chaisa To Work
Blog Article
थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।
Victory towards the husband of Girija, the compassionate Lord. He generally shields and nurtures his devotees and kids. That has a crescent moon adorning his forehead, And earrings product of snakes’ hoods.
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »इस चालीसा को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें
अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका shiv chalisa in hindi नाम नीलकंठ हुआ।
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग बहाये ।
बृहस्पतिदेव की कथा
प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं ।
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥